फाइलेरिया को मुख्य तौर से हाथीपाँव के नाम से भी जाना जाता है यह रोग एक परजीवी के शरीर में प्रवेश करने के कारण फैलता है जो कि मच्छर के काटने से शरीर के अंदर प्रवेश करता है। इस बीमारी से मरीज के पैर हाथी के पैरों की तरह फूल जाते हैं। इस रोग के होने से न केवल शारीरिक विकलांगता हो सकती है बल्कि मरीजों की मानसिक और आर्थिक स्थिति भी बिगड़ सकती है।
आइये जानते है की कुछ घरेलू नुस्खों द्वारा फैलेरिया में कैसे आराम पाया जा सकता है –
फाइलेरिया के रोग में रोग से निजात पाने के लिए रोजाना सुबह -शाम अदरक के रस का सेवन करने से तथा गर्म पानी के साथ सूखे अदरक के पाउडर का सेवन करने से रोग को फैलाने वाले परजीवी कुछ ही समय में समाप्त हो जाते है। जिससे धीरे -धीरे रोग समाप्त होने लगता है। और सूजन भी समाप्त हो जाती है ।
आवले का रोज सुबह शाम सेवन करने से फाइलेरिया रोग में आराम मिलता है ।इससे रोजाना सेवन करने इसमे मौजूद गुण धीरे -धीरे इन्फेक्शन को समाप्त करने लगते है ।जिससे जिसकी वजह घाव धीरे -धीरे समाप्त होने लगते है ।और इससे फैलेरिया रोग में आराम मिलता है ।
लौंग को पीसकर उसके पाउडर को सुबह शाम गर्म पानी के साथ लेने से तथा इसकी चाय का सेवन करने से फाइलेरिया रोग में अत्यधिक आराम मिलता है ।जिससे सूजन व इन्फेक्शन समाप्त हो जाते है ।आप इसकी सूजन को समाप्त करने के लिए लौंग के तेल से मालिश भी क्र सकते है ।इससे सूजन समाप्त हो जायेगी ।
अश्वगंधा को फाइलेरिया रोग में बहुत फायदेमंद माना गया है ।रोजाना सुबह -शाम अश्वगंधा के चूर्ण को गर्म पानी के साथ सेवन करने फाइलेरिया रोग में बहुत आराम मिलता है। ।तथा सूजन आदि समाप्त हो जाती है ।
अगर को पानी में कुछ देर के लिए भिगों दें फिर इसका लेप तैयार करके प्रभावित स्थान पर लगाये इससे प्रभावित स्थान पर बहुत अच्छा असर पड़ेगा और यह सूजन को समाप्त करने में मदद करता है ।